
पटना
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने रेखा गुप्ता को दिल्ली भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने और दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनाए जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेखा गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन व नेतृत्व में दिल्ली विकास का नया अध्याय लिखकर सुशासन और समृद्धि के नए आयाम स्थापित करे, यही मंगलकामना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह समेत सभी शीर्ष नेतृत्व के मार्गदर्शन में भाजपा हर वर्ग के कल्याण एवं विकास की योजना पर कार्यरत है। भाजपा हमेशा नारी सशक्तीकरण की दिशा में कार्यरत रही है। भाजपा ने हमेशा महिलाओं का सम्मान किया है।

उन्होंने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं में ऐतिहासिक सुधार हुआ है और सामान्य जन का भरोसा सरकारी अस्पतालों के प्रति बढ़ा है। वर्ष 2006 के पहले राज्य में प्रत्येक माह औसतन 39 मरीज सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में उपचार के लिए आते थे, लेकिन सरकार के निरंतर प्रयासों और स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के चलते यह संख्या अब प्रतिमाह औसतन 11 हजार तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि यह परिवर्तन राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी और आमजन में बढ़ते भरोसे को दर्शाता है। राज्य में सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर जनवरी 2024 में ओपीडी का औसतन प्रतीक्षा समय 72 मिनट था, जो अब घटकर जनवरी 2025 में 36 मिनट हो गया है। सरकार के प्रयासों से लगातार सेवाओं को उन्नत बनाया जा रहा है। जिसके तहत जनवरी 2025 में ओपीडी में 23,93,177 मरीज आए और सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाया। राज्य में दवाइयां वितरित करने की प्रतिशत में भी बढ़ोतरी हुई है। मई 2024 में जहां 69 प्रतिशत दवाइयां वितरित हुई थीं। वहीं जनवरी 2025 में ये आंकड़ा बढ़कर 83 प्रतिशत हो गया है। पैथोलॉजी परीक्षणों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। जनवरी 2025 में 5,92,173 परीक्षण हुए हैं। पैथोलॉजी परीक्षणों का ओपीडी दौरे के हिसाब से 25 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है। एक्स-रे की संख्या भी बढ़ी है, जनवरी 2025 में 2,11,524 एक्स-रे किए गए हैं।
श्री पांडेय ने कहा कि सरकार का लक्ष्य सभी नागरिकों को सुलभ, सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। इसी दिशा में राज्य सरकार ने चिकित्सा संसाधनों का विस्तार, अत्याधुनिक उपकरणों की आपूर्ति, डॉक्टरों की संख्या में वृद्धि और ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए अनेक पहल हुई हैं।


