
पटना
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की प्रमुख अलका लांबा ने गुरुवार को दावा किया कि जदयू प्रमुख नीतीश कुमार कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे. महिला कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार बिहार की राजधानी पटना पहुंचीं, अलका लांबा ने कहा कि प्रदेश महिला कांग्रेस कार्यकारिणी की बड़ी बैठक बुलाई गई है, जिसमें आगामी चुनाव की रणनीति तय की जाएगी.
पुलिस बल में आरक्षण जैसे उपायों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के कुमार के दावे के बारे में पूछे जाने पर लांबा ने कटाक्ष करते हुए कहा, “नीतीश कुमार को पिछले विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के प्रदर्शन को याद करना चाहिए, जब जनता दल (यूनाइटेड) सीटों के मामले में तीसरे स्थान पर रही थी. मैं यह भी भविष्यवाणी कर कर रही हूं कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद वह मुख्यमंत्री नहीं होंगे.”



अलका लांबा ने BJP पर लगाया ये आरोप
उन्होंने 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के ‘225 से अधिक सीटें’ जीतने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य का भी मजाक उड़ाया और कहा कि बीजेपी ने पिछले साल लोकसभा चुनाव में 400 पार सीटें जीतने का दावा किया था, लेकिन बहुमत भी हासिल नहीं कर पाई. लांबा ने बीजेपी पर महिला आरक्षण विधेयक को पारित करवाने का श्रेय लेने के बावजूद इसके क्रियान्वयन में बाधा डालने का भी आरोप लगाया.



अलका लांबा ने कहा कि बिहार में चुनाव की घोषणा होने के पूर्व एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित कर दी जाना चाहिए. अलका लांबा ने ऐलान किया कि वह हर जिले और लोकसभा क्षेत्र का दौरा करेंगी, लगातार बैठकें होंगी और सरकार को सत्ता से हटाने के लिए जो भी जरूरी होगा, वह करेंगी. इस साल एक ही राज्य हमारा लक्ष्य है, वह बिहार है. उन्होंने सदस्यता अभियान भी तेज करने की बात कही.