छात्रों की प्रगति की जानकारी  माता-पिता को दिया आदर्श राजकीयकृत मध्य विद्यालय सरैयागंज ने

मुज़फ्फरपुर

शनिवार को आदर्श राजकीयकृत मध्य विद्यालय सरैयागंज, नगरक्षेत्र मुजफ्फरपुर में अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग बिहार पटना के पत्रांक 1455 दिनांक 27.05.2025 के आदेशानुसार प्रस्तावित अभिभावक शिक्षक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें लगभग सभी वर्ग के छात्रों के 90 प्रतिशत माता और 10 प्रतिशत छात्रों के पिता या अभिभावक आज की इस संगोष्ठी में उपस्थित हुए। उपस्थिति सभी छात्रों के माता-पिता और अभिभावकों का विधालय के वर्ग 8 की छात्रा सुश्री श्यामा कुमारी, सुश्री साक्षी कुमारी, सुश्री अर्पिता कुमारी द्वारा स्वागत गीत एवं छात्राओं द्वारा जोरदार तालियों के साथ किया गया। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधालय के प्रधानाध्यापक डॉ मनोज कुमार द्वारा कि आज के परिवेश में वार्षिक कैलेंडर के अनुसार छात्रों के अभिभावकों के साथ प्रति महीने बच्चों के प्रगति के साथ साथ अन्य विधालयी वातावरण को बेहतर बनाने के संबंध में सार्थक चर्चा की जाए एवं छात्रों को विधालय द्वारा दी गई पाठ्य पुस्तक, अभ्यास पुस्तिका पर छात्र ग्रीष्मकालीन अवकाश में विषय शिक्षकों द्वारा दिए गए गृह कार्य का पुनरावृत्ति करेंगे।

उपस्थित सभी माता पिता और अभिभावकों से अनुरोध किया गया कि आप सभी अपने अपने-अपने घरों में बच्चों के पढ़ने के लिए एक कोना विकसित करेंगे। इस पढ़ने के कोना में जो संभव हो जैसे कुर्सी या फर्श पर चटाई या बोरा बिछाकर प्रतिदिन बैठने का कोना बनाया जा सकता है। छात्रों को विशेष कर पाठ्य पुस्तक के मुख-पृष्ट एवं पिछला पृष्ट पर यातायात के नियम, साफ सफाई,समाज में बच्चों का कैसा आचरण हो, कतार में खड़े रहना, वातावरण की सफाई एवं नागरिक बोध लिखे गये है जो छात्रों को मदद मिलेगी। ग्रीष्मावकाश में जो छात्र गृह कार्य पूर्ण जवाबदेही के साथ पूर्ण करेंगे उन्हें विधालय खुलने पर छात्रों के साथ उनके माता-पिता को भी विधालय की ओर सम्मानित किया जाएगा। प्रधानाध्यापक द्वारा सभी वर्ग शिक्षकों से भी आग्रह कर मंच पर निम्नवत बुलाया गया तथा छात्रों के प्रगति की जानकारी उनके माता-पिता एवं अभिभावकों को दिया गया:-

  1. श्री संजीव कुमार वरीय वर्ग 7 के वर्ग शिक्षक के रूप में बताया गया कि वे छात्रों को गणित एवं विज्ञान विषय पढ़ाते हैं। गणित विषय में जो बच्चे दुसरे विधालय से इस वर्ष नामांकन में आयें है उनका प्रारंभिक बेस बहुत ही कमजोर है जिसके कारण उन्हें समझने में कठिनाई होती है। वैसे सभी बच्चों को ग्रीष्मावकाश में नियमित रूप से अभिभावक घर पर पढ़ने के लिए बैठाए तथा जो प्रश्न समझ नहीं आ रहा है वह प्रश्न उस वर्ग के विधालय के प्रधानाध्यापक द्वारा बनाए गए वाट्सएप ग्रुप पर डालेंगे उसका उत्तर विधालय। के संबंधित विषयों के शिक्षक द्वारा हल किया जायेगा।
  2. श्री सुबोध कुमार रजक वरीय शिक्षक वर्ग -8 ए द्वारा छात्राओं के माता-पिता एवं अभिभावकों को बताया गया कि सामाजिक विज्ञान के विषय में सभी छात्रों को गृह कार्य छात्रों के डायरी पर दिया गया है उसे घर पर बैठकर बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
  3. श्रीमती स्मृति, वर्ग शिक्षिका 06- A द्वारा छात्राओं के माता-पिता को बताया गया कि छात्रों को सभी विषयों का कांपी नहीं रहने के कारण एक ही कांपी पर सब विषयों का गृह कार्य लिखने से छात्रों में उत्तरोत्तर विकास नहीं हो रहा है। इसलिए सभी विषयों का कांपी बच्चों को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया।
  4. श्रीमती लीली कुमारी,वर्ग 03 कि शिक्षिका द्वारा छात्राओं के माता-पिता को बताया गया कि अभी अधिकांश बच्चों को हिंदी का पुस्तक सही उच्चारण के साथ पढ़ने नहीं आ रहा है । वर्ग कक्ष में वे प्रयास कर रही है ईश्वर पर माता-पिता भी करें तो जल्द ही बच्चा सीख लेगा।
  5. निर्माता तिर्की वरीय शिक्षिका, वर्ग- 7B द्वारा बताया गया कि उनका उपर के वर्गों में अधिकांश घंटी संस्कृत विषय पढ़ना है। संस्कृत विषय में छात्रों को काफी कठिनाई होती है। घर पर जोर जोर से बच्चों को पढ़ने की आदत डलवाएं ताकि संस्कृत विषय भी बच्चों को पढ़ने आ जाएं।
  6. श्री दीपक कुमार झा, वर्ग 05 के शिक्षक द्वारा बताया गया कि विधालय में ग्रीष्मावकाश हुआ है इसका यह मतलब नहीं है कि छात्र घर पर भी छुट्टी मनाएं और गृह कार्य पूर्ण ना करें। इसलिए इस ग्रीष्मावकाश में माता पिता की भूमिका और अधिक हो जाता है। सभी बच्चों को प्रोजेक्ट वर्क गृह कार्य के रूप में दिया गया है उसे बनाए जिसमें प्राकृतिक संसाधनों का भी प्रयोग कर सकते हैं। सभी प्रोजेक्ट को छुट्टी के बाद देखा जायेगा।
  7. मोहम्मद जावेद आलम, वर्ग 02 के नामित शिक्षक द्वारा बताया गया कि जब-जब बच्चों के कांपी पर स्वयं गृह कार्य लिखकर सभी बच्चों को देते हैं और फिर दुसरे दिन जब सुनाने की बारी रहता है तो देखते हैं कि बच्चा गृह कार्य वाला पन्ना ही फार दिया है । छोटे बच्चों को घर पर भी टी एल एम खिलौना के साथ पढ़ने के लिए खासतौर पर बच्चों के मां स्वयं बैठे ताकि बच्चे का अधिक विकास हो सके।
  8. श्रीमती पुष्पांजलि प्रिया, वर्ग 04 की शिक्षिका द्वारा छात्रों के उपस्थित माता पिता को बताया गया कि इस विधालय के प्रधानाध्यापक डॉ मनोज कुमार द्वारा इस विधालय में छात्रों को सुगम तरीके से इस आधुनिक युग में जो भी विधालय पढ़ाने के लिए आवश्यक उपकरण होना चाहिए वह सब इनके आने के बाद उपलब्ध कराया गया है जैसे विद्यालय में चार प्रोजेक्टर एक कलर टीवी एवं अपने नीजी पैसा से स्मार्ट क्लास भी बनवाया गया है जो शहर के किसी भी दुसरे विधालय में इतना नहीं है। इनके द्वारा यह भी बताया गया कि जो कार्य इन्हें जानकारी नहीं है उसे भी हमलोग को प्रशिक्षण देकर पठान पूर्ण कराते हैं।इतना संसाधन रहते हुए यदि बच्चों में अच्छा विकास चाहिए तो माता पिता को पूर्ण साथ देना होगा।
  9. श्रीमती तरन्नुम प्रवीण वर्ग 01के नामित शिक्षिका द्वारा भी छात्रों को प्रतिदिन स्नान कराकर और साफ सुथरा स्कूल युनीफार्म में भेजना आप सभी की जबादेही है।
  10. श्रीमती रम्भा कुमारी वरीय शिक्षिका वर्ग 08-B के द्वारा छात्राओं पर विशेष ध्यान रखने और उससे घर पर पढ़ने के समय पर घर का कार्य नहीं कराने का अनुरोध किया गया। छात्राओं द्वारा स्कूल में बताया जाता है कि मां द्वारा घरेलू कार्य अधिक कराने के कारण गृह कार्य पूर्ण नहीं हो रहा है।
    शिक्षकों के बाद प्रधानाध्यापक द्वारा सभी अभिभावकों से छात्रों की कमजोरियां या पढ़ने में अन्य कारणों पर खुलकर चर्चा में भाग लेने के लिए अनुरोध किया गया।
  11. चर्चा में भाग लेते हुए श्रीमती शकुंतला देवी , वर्ग 04 के सुश्री राधिका कुमारी की मां द्वारा बताया गया कि उनका सभी बच्चा इसी विधालय से पढ़कर अभी निकला है और सब उच्च विद्यालय में अच्छा से पढ़ रहा है। इस विधालय के सभी शिक्षक एवं सभी शिक्षिका बच्चों पर जीतना ध्यान देते हैं उतना दुसरे सरकारी विधालय के नहीं दिया जाता हैं। इस विधालय के प्रधानाध्यापक डॉ मनोज कुमार जब से इस विधालय में आए तब से बच्चों के पठन-पाठन से लेकर विधालय के विकास में भी काफी सुधार हुआ है।
  12. छात्र यश राज की माता जी श्रीमती आरती देवी द्वारा बताया गया कि इनका पुत्री संध्या कुमारी इसी विधालय से पढ़कर अभी वर्ग 10 में पढ़ रही है जो अभी काफी अच्छा कर रही है लेकिन इनका लड़का घर पर गृह कार्य पूर्ण करने के लिए जब बोला जाता है तो वह बहाना बनाता है और बात भी नहीं मानता है इसपर विशेष ध्यान देने के लिए प्रधानाध्यापक से अनुरोध किया गया।
  13. श्री सुनील कुमार पांडेय, वरीय शिक्षक द्वारा अन्त में आज की शिक्षक अभिभावक संगोष्ठी के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन करते हुए बताया गया कि जिसतरह छात्रों के माता-पिता और अभिभावकों द्वारा अपना घर का सब कार्य छोड़कर विधालय में समय दिया गया है इसके लिए सभी को विधालय परिवार की ओर से बहुत बहुत बधाई और इस शुभकामनाएं के साथ आज कि संगोष्ठी समाप्त की जा रही है कि भविष्य में आप सभी लोग विधालय जब भी अभिभावक संगोष्ठी आयोजित किया जाए उसमें सभी लोग तन्मयता के साथ भाग लेंगे।

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