
संतोष राज पाण्डेय
तेजस्वी यादव ने कहा कि टिकट सबको चाहिए, लेकिन सीटें तो 243 ही हैं। इस बार किसी नेता के कहने पर टिकट नहीं दिया जाएगा। ठोक-ठाककर ऐसा प्रत्याशी चुना जाएगा, जो जनता के बीच रहे। सबको साथ लेकर चले, लालू जी की पार्टी आरजेडी की विचारधारा को मजबूत करे। ऐसे लोगों को टिकट देने का काम करेंगे। अगर कोई नेता कहता है कि इसको टिकट देना, उसको देना, तो बता दें तेजस्वी पर सरकार बनाने की जिम्मेदारी है। ऐसे में किसी नेता के कहने पर टिकट नहीं देंगे। जनता से अपील करते हुए कहा कि पुराने मॉडल वाली सरकार को हटाना है।


आपको बता दें महागठबंधन में कांग्रेस इस बार बैकफुट पर पीछे रहने के मूड में नहीं है। और 70 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी। वहीं आरजेडी सूत्रों की मानें तो पिछले चुनाव में कांग्रेस का परफॉर्मेंस बेहद साधारण था। 70 सीटों में महज 19 सीटें जीती थी। ऐसे में पुराने प्रदर्शन के आधार पर आरजेडी इस बार कांग्रेस को 35- 40 सीटों से ज्यादा देने का मूड में नहीं है। वहीं वाम दलों को 2020 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। बिहार को लेकर कांग्रेस इस बार पूरी तरह एक्टिव है। पहले राहुल गांधी और अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे बक्सर दौरे पर आ सकते हैं। वहीं बिहार कांग्रेस के नेता भी साफ कर चुके हैं कि गठबंधन में कोई छोटा-बड़ा भाई नहीं होता है। वहीं मुकेश सहनी भी 40 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर चुके हैं। डिप्टी सीएम की कुर्सी पर भी दावा ठोंक चुके हैं। ऐसे में सीट बंटवारे को लेकर तेजस्वी ने अपनी मंशा खुले मंच से जाहिर कर दी है।
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया है। तेजस्वी यादव ने सोमवार को कहा कि आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव वंचितों की आवाज उठाने वाले नेता के तौर पर जाने जाते हैं। उन्होंने समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कभी जो लोग उन्हें भर-भर कर गाली देते थे, बाद में उन्हें ही भारत रत्न से सम्मानित करना पड़ा।
लालू यादव को देना पड़ेगा भारत रत्न- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा, “आरक्षण को लागू करने के लिए जो लोग कर्पूरी ठाकुर को गाली देते थे, वह आज उन्हें भारत रत्न दे रहे हैं। मैं आज उनको कह देना चाहता हूं कि जो लोग आज मोदी जी के प्रचार के लिए लालू यादव जी को गाली दे रहे हैं, एक दिन ऐसा आएगा कि वही लोग उन्हें भारत रत्न देंगे।”
तेजस्वी यादव ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के काम को लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी ने आगे बढ़ाने का काम किया। उन्होंने कहा कि आरक्षण को बढ़ाकर लालू यादव और राबड़ी देवी ने 18 फीसदी किया और उसके बाद भाजपा ने आज तक नहीं बढ़ाया।
‘तेजस्वी अपनी विरासत पर शर्मिंदगी महसूस करते हैं’, बिहार के डिप्टी CM बोले- पाप की कमाई का उपभोग कर रहे हैं, पश्चाताप करना चाहिए
तेजस्वी यादव ने कहा कि अगली सरकार बनाने की जिम्मेदारी मेरे कंधों पर है। उन्होंने कहा कि मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि केवल उन्हीं उम्मीदवारों को मौका मिले, जो वैचारिक रूप से प्रतिबद्ध हैं।


जेडीयू ने दी प्रतिक्रिया
वहीं लालू यादव को भारत रत्न दिए जाने की मांग पर जेडीयू की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि अगर भ्रष्टाचार और जेल की सजा काटने के लिए कोई पुरस्कार होता, तो लालू यादव को निश्चित रूप से इसके लिए प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लालू यादव को चारा घोटाले से जुड़े कई मामलों में दोषी ठहराया गया है। उनका नाम रेलवे में होटल के लिए जमीन और नौकरियों के लिए जमीन घोटाले में भी सामने आया है।
तेजस्वी अपनी विरासत पर शर्मिंदगी महसूस करते हैं- बिहार के उपमुख्यमंत्री

बिहार में इसी साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने भी आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव अपनी विरासत पर शर्मिंदगी महसूस करते हैं। विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “तेजस्वी यादव अपने पिता के नाम को छुपाना चाहते हैं और अपनी पिता के नाम को भुलाना चाहते हैं। वह अपनी विरासत को लेकर शर्मिंदगी महसूस करते हैं, लेकिन पश्चाताप नहीं करना चाहते।”