
पटना
राज्य सरकार 629 एम्बुलेंस खरीदेगी। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सोमवार को विधानसभा में यह घोषणा की। विजय खेमका समेत छह विधायकों के ध्यानाकर्षण के जवाब में मंत्री ने बताया कि इस समय सूबे में 1400 एम्बुलेंस परिचालित हैं। इन्हें बढ़ाकर 2029 करने की योजना पर काम हो रहा है। विजय कुमार खेमका, रामनारायण मंडल, अरुणा देवी, अशोक सिंह, कुमार शैलेन्द्र ने यह मामला उठाया था। इनका कहना था कि इस समय राज्य में एम्बुलेंस की संख्या बेहद कम है। ऐसे में प्राइवेट एम्बुलेंस को आपातकालीन सेवा में शामिल किया जाए। इस समय ये इस सेवा में शामिल नहीं है, लिहाजा दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों तक देर से एम्बुलेंस पहुंचती है। यदि निजी एम्बुलेंस भी आपातकालीन सेवा में जुड़ जाए तो इस सेवा में एम्बुलेंस की संख्या बढ़ जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिहार में विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक से अधिक एम्बुलेंस हैं, लेकिन राज्य सरकार इसमें और बढ़ोतरी की योजना पर काम कर रहा है। बेसिक लाइफ सेविंग एम्बुलेंस के तहत 838 और एडवांस लाइफ सेविंग एम्बुलेंस के तहत 562 एम्बुलेंस हैं। इस प्रकार इनकी कुल संख्या 1400 हो गयी है। इन्हें बढ़ाकर 2029 करने की योजना है।
रीगा चीनी मिल के किसानों को पहली जुलाई से बकाए का होगा भुगतान
रीगा चीनी मिल के किसानों के बकाये का भुगतान होगा। यहां के किसानों को बड़ी राहत देते हुए गन्ना मंत्री कृष्णनंदन पासवान ने सोमवार को विधानसभा में यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि किसानों के बकाये का भुगतान पहली जुलाई से प्रारंभ हो जाएगा। सबके बकाये का भुगतान होगा। इसके पहले मुकेश कुमार, समीर कुमार महासेठ, भारतभूषण मंडल, मुकेश कुमार रौशन, विजय कुमार मंडल, विनय कुमार, राजेश कुमार सिंह और विजेन्द्र चौधरी ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से यह मामला उठाया था। उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्षों से रीगा चीनी मिल पर गन्ना मूल्य का 52.30 करोड़ बकाया है।






