
पटना
पटना के बापू सभागार में आयोजित प्रदेश परिषद की बैठक में औपचारिक रूप से बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में दिलीप जायसवाल के नाम की घोषणा की गई. इस ऐतिहासिक मौके पर केंद्रीय मंत्री एवं परिषद के प्रभारी मनोहर लाल खट्टर ने उनकी ताजपोशी की घोषणा की. प्रदेश भाजपा संगठन के इस बड़े फैसले के साथ ही पार्टी ने आगामी चुनावी रणनीति को और धार देने का संकेत दिया है.
शक्ति प्रदर्शन में जुटे भाजपा के दिग्गज
इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े, सह प्रभारी दीपक प्रकाश, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, सांसद राधा मोहन सिंह, रविशंकर प्रसाद और संजय जायसवाल समेत पार्टी के तमाम बड़े चेहरे शामिल हुए. साथ ही, प्रदेश से लेकर मंडल स्तर तक के करीब 15,000 कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने इसे बीजेपी का शक्ति प्रदर्शन बना दिया.

कौन हैं दिलीप जायसवाल?
दिलीप जायसवाल बिहार बीजेपी में एक मजबूत और अनुभवी संगठनकर्ता के रूप में जाने जाते हैं. वे पार्टी के विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के बीच उनकी गहरी पकड़ मानी जाती है. प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति आगामी चुनावों में बीजेपी के लिए अहम साबित हो सकती है.

चुनावी रणनीति को धार देने की तैयारी
बैठक में पार्टी नेताओं ने बिहार में बीजेपी को और मजबूत करने, बूथ स्तर पर संगठन विस्तार करने और 2025 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की स्थिति को और मजबूत करने की रणनीति पर मंथन किया. नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन के साथ, बीजेपी ने साफ कर दिया है कि वह राज्य में आक्रामक चुनावी मोड में आ चुकी है.
डिप्टी CM बने प्रस्तावक
दिलीप जायसवाल के प्रदेश अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया सोमवार से ही शुरू कर दी गई थी. उन्होंने पार्टी के चुनाव पदाधिकारी सह प्रदेश महामंत्री राजेश वर्मा के सामने प्रदेश अध्यक्ष के लिए अपना पर्चा दाखिल किया था. डिप्टी CM सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के साथ मंत्री मंगल पांडेय और MLC संजय मयूख उनके प्रस्तावक बने. नियम के मुताबिक दिलीप जायसवाल 2025 से 2027 तक अध्यक्ष बने रहेंगे.




