
किशनगंज
बांग्लादेश में उथल-पुथल के बीच भारत की सीमा से लगे और निकट के जिलों में भी कई बार घुसपैठ की वारदातें सामने आती रहती है. इसी कड़ी में बांग्लादेशी बॉर्डर के करीब के जिले किशनगंज में के पाठमेरी बॉर्डर से दो बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया है. ये दोनों ही संदिग्ध बताए जा रहे हैं और नेपाल जाने की फिराक में थे. इन दोनों को पकड़ने में भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 19वीं बटालियन और पाठामारी थाना पुलिस को संयुक्त ऑपरेशन में मिली है. दोनों बांग्लादेशी नागरिकों के पास से 590 अमेरिकन डॉलर सहित भारतीय नेपाली और बांग्लादेशी करेंसी भी बरामद किये गए हैं. इनके पास से दो मोबाइल के अतिरिक्त बांग्लादेशी पासपोर्ट और यूरोपियन देश स्लोवेनिया का वर्क वीजा भी बरामद किया गया है.

पकड़े गए बांग्लादेशी की पहचान भी कर ली गई है. इनके इनमें एक 43 साल का शागर आलम है जो ढाका का रहने वाला है, दूसरा गोवालंडाघाट राजबाड़ी का निवासी सहरियार सजीव खान है. गिरफ्तार बांग्लादेश्यों ने बताया कि वे इंजीनियर हैं और यूरोपीय देश में काम करने के लिए जा रहे थे. इनका कहना है कि बांग्लादेश में स्लोवेनिया की एंबेसी नहीं रहने के कारण दिल्ली के एजेंट के माध्यम से वह यूरोपियन देश जाने की फिराक में थे. इसी क्रम में दोनों विदेशी नागरिक बीते 25 फरवरी को ढाका से नेपाल पहुंचे थे. यह यात्रा उसकी हवाई थी. इसके बाद फिर 27 फरवरी को नेपाल से ठाकुरगंज रेलवे स्टेशन जाकर किशनगंज पहुंच गए.
इन्होंने जो जानकारी बताई है उसके अनुसार, किशनगंज से यह वाया ट्रेन दिल्ली चले गए थे. वहां विदेश भेजने वाले एजेंट से संपर्क करने के बाद दिल्ली से कामाख्या एक्सप्रेस से किशनगंज होते हुए ठाकुरगंज पहुंचे, उसके बाद पता मेरी थाना क्षेत्र के भारतीय सीमा से नेपाल जा रहे थे. इसी दौरान नेपाली सीमा में प्रवेश करने से पहले ही पुलिस और एसएबीकी टीम ने इन्हें दबोच लिया.खास बात यह है कि इन बांग्लादेशियों के पास भारतीय वीजा नहीं है. किशनगंज के एसपी सागर कुमार ने बताया कि एसएसबी और पठामारी पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में दोनों बांग्लादेशों को भारतीय सीमा से गिरफ्तार किया गया, जिनसे पूछताछ की जा रही है.



