
मुज़फ़्फ़रपुर
केंद्रीय बजट 2025 में बिहार के लिए की गई घोषणाओं का प्रसिद्ध उद्योगपति व द सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष अमर नाथ पांडेय ने स्वागत किया है। उन्होंने बिहार को मिले ‘महत्वपूर्ण उपहारों’ की सराहना की और कहा कि ये घोषणाएं बिहार को शिक्षा, व्यापार, कनेक्टिविटी और किसान कल्याण का केंद्र बनाएंगी। उन्होंने इसे सकारात्मक और स्वागत योग्य बताया। इस बजट को प्रगतिशील और भविष्य की ओर देखने वाला कहा। खासकर, बिहार के लिए की गई घोषणाओं से विकास और तेज होगा। बजट में देश के विकास के लिए उठाए गए कदमों की भी प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि ‘बजट 2025 में मोदी सरकार ने बिहारवासियों को महत्वपूर्ण उपहार दिए हैं।’ उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा, व्यापार, कनेक्टिविटी, किसान कल्याण और रोजगार के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा। पांडेय ने मखाना बोर्ड की स्थापना, मिथिलांचल की पश्चिमी कोशी नहर परियोजना, IIT पटना के विस्तार, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट की स्थापना और नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण को बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।
बजट में बिहार के लिए सात घोषणाएं
उन्होंने बताया कि बजट में बिहार के लिए सात प्रमुख घोषणाएं की गई हैं। इनमें मखाना बोर्ड का गठन शामिल है, जो मखाना उत्पादकों को लाभान्वित करेगा। IIT पटना का विस्तार उच्च शिक्षा के अवसर बढ़ाएगा। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में नए रोजगार पैदा करेगा। पश्चिमी कोशी नहर परियोजना से सिंचाई सुविधाओं में सुधार होगा। बिहटा और पटना एयरपोर्ट का विस्तार और तीन नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट हवाई संपर्क को बेहतर बनाएंगे। ये सभी कदम बिहार के आर्थिक विकास को गति देंगे। इस बजट से बिहार के विकास को गति मिलने की उम्मीद है। मखाना बोर्ड से किसानों की आय में वृद्धि होगी। शैक्षणिक संस्थानों के विस्तार से युवाओं को बेहतर शिक्षा मिलेगी। नए उद्योगों की स्थापना से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। बेहतर कनेक्टिविटी से व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
अमर नाथ पाण्डेय ने कहा कि बजट में बिहार के लिए जो घोषणाएं की गई हैं, उनसे बिहार के विकास को और गति मिलेगी। मखाना के उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन में सुधार के लिए राज्य में एक मखाना बोर्ड की स्थापना से मखाना किसानों को लाभ मिलेगा। राज्य की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए बिहार में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की सुविधा प्रदान करने से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की संख्या बढ़ेगी, जिससे यहां के लोगों को काफी फायदा होगा साथ ही राज्य के आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी।