
पटना
बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने केंद्रीय बजट 2025-26 में मखाना बोर्ड की स्थापना की घोषणा को ऐतिहासिक बताया. उन्होंने कहा कि इससे बिहार के किसानों को बड़ा लाभ होगा और मखाना के उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन में सुधार होगा.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को 2025-26 के वित्तीय वर्ष के लिए आम बजट पेश किया. बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने इस बजट को सराहा और विशेष रूप से मखाना बोर्ड की स्थापना की घोषणा को ऐतिहासिक बताया. उन्होंने कहा कि मखाना बोर्ड के गठन से बिहार के किसानों को बड़ा लाभ होगा, क्योंकि इससे मखाना के उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन में सुधार होगा.

मखाना बोर्ड की स्थापना पर खुशी जताई
मंगल पांडेय ने कहा कि मखाना बोर्ड की स्थापना से किसानों को वैश्विक बाजार में मखाना का सही मूल्य मिलेगा और उनकी आय में वृद्धि होगी. उन्होंने इस फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया. पांडेय ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आग्रह पर इस पहल को केंद्र सरकार से मंजूरी मिली है.
मखाना की खेती का होगा विस्तार
बिहार में लगभग 35 हजार हेक्टेयर में मखाने की खेती होती है, और 25 हजार किसान इससे जुड़े हुए हैं. मखाना के उत्पादन में बिहार देश में सबसे आगे है. कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर मखाना उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं. अगले दो-तीन सालों में मखाना की खेती 50-60 हजार हेक्टेयर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.