
पटना
करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति अर्जित करने के मामले में फंसे बेतिया के निलंबित डीईओ रजनीकांत की मुश्किलें और बढ़ सकती है। बताया जा रहा है कि डीईओ को संस्पेंड करने के बाद राज्यपाल ने विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया है। इस कार्रवाई के संचालन की जिम्मेदारी निदेशक सह अपर सचिव सुबोध कुमार चौधरी को सौंपी गई है।

तीन माह में पूरी होगी विभागीय कार्रवाई
विभागीय कार्रवाई के संचालन के लिए शिक्षा विभाग के अपर सचिव सुनील कुमार को संचालन पदाधिकारी एवं तिरहुत प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक को उपस्थापन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। संचालन पदाधिकारी तीन माह के अंदर सरकारी नियम का पालन करते हुए विभागीय कार्रवाई पूरी की जाए। निर्धारित प्रपत्र में जांच प्रतिवेदन भी समर्पित करना है। आदेश दिया है कि संकल्प अनुबंध, आरोप पत्र एवं साक्ष्य तालिका की प्रति संचालन पदाधिकारी एवं प्रस्तुतिकरण पदाधिकारी को उपलब्ध कराया जाए।

डीईओ पर यह है आरोप
बता दें कि निलंबित डीईओ पर आरोप पत्र में गठित आरोपों में विभागीय कार्यवाही प्रारंभ करने का आदेश दिया है। आरोप पत्र में निगरानी की कार्रवाई में आय से अधिक संपत्ति मिली है।
आरोपों की होगी विस्तृत जांच
प्रमाणित आरोपों की विस्तृत जांच के लिए सरकार ने संकल्प लिया है। आदेश दिया गया है कि निलंबित डीईओ के विरुद्ध विभागीय कार्यवाई प्रारंभ की जाए।
स्पेशल विजिलेंस ने की थी कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत पर बीते 23 जनवरी की सुबह में स्पेशल विजिलेंस की टीम जिला शिक्षा पदाधिकारी के नगर के वसंत बिहार रोड में अवस्थित घर में छापेमारी कर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला उजागर किया था।
जांच में मिली थे 3.56 करोड़ की संपत्ति
बेतिया के साथ ही कई अन्य जगहों पर भी छापामारी की गई थी, जिसमें तीन करोड़ 56 लाख 22 हजार रुपये नकद मिले। इसके साथ ही सोने-चांदी के जेवरात और जमीन के दस्तावेज भी बरामद हुए थे।
निगरानी की विशेष टीम द्वारा कार्रवाई करने और रजनीकांत प्रवीण के ठिकानों से 1.87 करोड़ रुपये कैश मिलने के बाद शिक्षा विभाग ने भी इस मामले में एक्शन लिया। शिक्षा विभाग ने रजनीकांत प्रवीण को तत्काल निलंबित कर दिया।


